Writer - Santosh Kumar (digital cretar)
मां ताराचंडी शक्तिपीठः महर्षि विश्वामित्र ने रखा था इस पीठ का नाम तारा, नवरात्रि में अखंड दीप जलाने की है परम्परा
1. यह शक्तिपीठ बिहार के सासाराम शहर से लगभग 6 किमी दूर विंध्य पर्वत की कैमूर श्रृंखला में स्थित है।
2. इसका संबंध सती के दाहिने नेत्र से जुड़ा है, जो यहीं गिरा था।
3. मान्यता है कि महर्षि विश्वामित्र ने इसे 'तारा' नाम दिया था।
4. परशुराम ने यहीं मां तारा की उपासना की थी।
5. मां तारा ने यहीं चंड का वध किया था, इसलिए वह 'चंडी' कहलाई।
6. यह भारत के प्रमुख शक्तिपीठों में से एक है और इसका इतिहास अति प्राचीन है।
7. इसके आसपास पहाड़, झरने और अन्य प्राकृतिक सौंदर्य है।