Sasaram Murder Case: सासाराम बादल मर्डर केस में ट्रैफिक डीएसपी मोहम्मद आदिल बेलाल पर क्या लग रहे आरोप? मामले में 3 एफआईआर दर्ज

Sasaram Murder Case: सासाराम बादल मर्डर केस में ट्रैफिक डीएसपी मोहम्मद आदिल बेलाल पर क्या लग रहे आरोप? मामले में 3 एफआईआर दर्ज


Sasaram Murder Case News: सासाराम में शुक्रवार की रात से ही तनाव है. यहां जन्मदिन की पार्टी कर रहे कुछ युवकों और ट्रैफिक डीएसपी मो. आदिल बेलाल के साथ हुई झड़प में बादल कुमार सिंह नामक युवक की गोली मार कर हत्या का मामला सामने आया था. इस घटना के बाद से ही शहर में तनाव व्याप्त है जिसको लेकर भारी संख्या में पुलिस बल की तनाती की गई है.


सासाराम. रोहतास जिले के सासाराम नगर थाना क्षेत्र में शुक्रवार की देर रात यातायात डीएसपी आदिल बेलाल की फायरिंग से हुई मौत मामले में पुलिस एक्शन लेती हुई दिख रही है. जन्मदिन की पार्टी बना रहे युवक की गोली से मौत और फायरिंग की घटना मामले में तीन अलग-अलग प्राथमिक की दर्ज की गई है. रोहतास के एसपी ने बताया है कि पूरी घटना महज 4 मिनट के अंदर हो गई थी. बता दें कि शुक्रवार की देर रात 10:35 से लेकर 10:39 के बीच यह घटना हुई है. रोहतास के एसपी रोशन कुमार का कहना है कि पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की जा रही है. साथ ही ट्रैफिक डीएसपी एवं उनके अंगरक्षक का हथियार जब्त कर लिया गया है और पूरी व्यवस्थित तरीके से जांच की जा रही है. एनएचआरसी की गाइडलाइन के अनुसार सारा एविडेंस का कलेक्शन किया जा रहा है. साथ ही सड़क पर लगाए गए सीसीटीवी कैमरे का भी अवलोकन किया गया है, जिसमें स्थिति पूरी तरह से स्पष्ट हो गई है.

बता दें कि जन्मदिन की पार्टी कर रहे कुछ युवकों और ट्रैफिक डीएसपी मो. आदिल बेलाल के साथ हुई झड़प में डीएसपी पर फायरिंग का आरोप है. इस घटना में बादल कुमार सिंह नामक युवक की गोली मार कर हत्या का मामला सामने आया था. इसके बाद इलाके में सनसनी फैल गई और शहर में तनावपूर्ण माहौल हो गया. वहीं, इस घटना को लेकर शहर में अब भी तनाव व्याप्त है, जिसको लेकर भारी संख्या में पुलिस बल की तनाती की गई है. डॉग स्क्वायड की टीम जांच कर रही है. मामले में अलग-अलग तीन प्राथमिकी दर्ज की गयी है. ट्रैफिक डीएसपी आदिल बेलाल पर मृतक के परिजनों तथा पुलिस ने भी एक एफआईआर दर्ज करवाई है, जिसके आधार पर जांच शुरू कर दी गई है.

हालांकि, इस मामले ने सियासी रंग लेना शुरू कर दिया है. युवकों पर फायरिंग और डीएसपी के गोली से युवक की मौत मामले में शिवहर के विधायक चेतन आनंद ने रविवार को घटनास्थल का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने मृतक बादल कुमार के परिजनों से ही मुलाकात की एवं संवेदना व्यक्त की. साथ ही इस पूरे घटनाक्रम की उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए कहा कि ऐसा काम कोई सिरफिरा ही कर सकता है. मामले की स्पीड ट्रायल होनी चाहिए. यह पूरी घटना ईगो में आकर एक पुलिस अधिकारी ने अंजाम दिया है. 

चेतन आनंद ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली है कि यातायात डीएसपी के अलावा उनके बॉडीगार्ड ने भी फायरिंग की है. ऐसे में दोषी पुलिस कर्मियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए. चेतन आनंद ने कहा कि बादल हत्याकांड मामले के लिए वे जल्द ही मुख्यमंत्री से मिलेंगे तथा घटना में दोषी पुलिसकर्मियों पर जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग करेंगे और पीड़ितों के परिवार वालों को न्याय दिलाने का प्रयास करेंगे और दोषियों को दंड देने का.



भारत के अनमोल रतन । जो आज हम लोगों के बीच नहीं रहे । रतन टाटा 🥲🥲

भारत के अनमोल रतन । जो आज हम लोगों के बीच नहीं रहे । रतन टाटा 🥲🥲

** रतन टाटा, एक नाम जो उद्योग और नवाचार के साथ 
अटूट रूप से जुड़ा है, अब हमारे बीच नहीं रहे। उनके जीवन और उनके द्वारा बनाई गई विरासत का सम्मान करते हुए उनके योगदान को याद करते हैं।

भारत के अनमोल रतन । जो आज हम लोगों के बीच नहीं रहे । रतन टाटा 🥲🥲
** रतन टाटा, टाटा, टाटा समूह, भारत, उद्योगपति, महान व्यक्ति, विरासत, नवाचार, प्रेरणा, समाज सेवा,  
** आज, हम एक ऐसे महान व्यक्ति को याद करते हैं जिन्होंने न केवल उद्योग को नया रूप दिया, बल्कि लाखों लोगों के जीवन को बदल दिया। रतन टाटा, जिनकी अदम्य भावना और समाज सेवा के लिए प्रतिबद्धता उनके नाम से जुड़ी हुई है, अब हमारे बीच नहीं रहे।  
** अपने जीवनकाल में, रतन टाटा ने टाटा समूह को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उनकी अदम्य भावना, दूर दृष्टि और नवाचार ने टाटा समूह को एक वैश्विक ब्रांड बनाया। टेलीकॉम से लेकर ऑटोमोबाइल, स्टील से लेकर होटल, हर क्षेत्र में टाटा समूह ने अपनी पहचान बनाई।
** रतन टाटा केवल एक उद्योगपति नहीं थे, बल्कि एक समाजसेवी भी थे। उनका मानना था कि सफलता का असली माप यह नहीं है कि आप कितना कमाते हैं, बल्कि आप दूसरों की ज़िंदगी कैसे बदलते हैं। टाटा ट्रस्ट के ज़रिए उन्होंने गरीबी, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
** रतन टाटा का जीवन एक प्रेरणा है। उनकी अदम्य भावना, समाज सेवा के लिए प्रतिबद्धता, और नवाचार की प्रतिबद्धता हमें सदैव प्रेरित करती रहेगी।  
:** रतन टाटा अब हमारे बीच नहीं रहे, लेकिन उनकी विरासत हमेशा जिंदा रहेगी। उनकी यादें और उनके कार्यों से हम सदैव प्रेरित होते रहेंगे।


सासाराम रोहतास में, बिहार ग्राम रक्षा दल महासंघ ने जिला के धरनाअस्थल जाते हुए, महामंत्री महोदय के साथ


सासाराम में, बिहार ग्राम रक्षा दल महासंघ ने जिले के धरनास्थल पर धरना दिया, माननीय मंत्री के साथ। बिहार के सासाराम में एक अभूतपूर्व घटनाक्रम में, ग्राम रक्षा दल महासंघ ने माननीय मंत्री के साथ जिले में धरना स्थल पर अपना रास्ता बनाया। यह कार्यक्रम क्षेत्र में ग्रामीण समुदायों द्वारा सामना किए जाने वाले मुद्दों को संबोधित करने की दिशा में चल रहे


 प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम है। ग्राम रक्षा दल महासंघ का महत्व ग्राम रक्षा दल महासंघ ग्रामीण आबादी की सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। समुदाय की सेवा के लिए अपने समर्पित प्रयासों और प्रतिबद्धता के साथ, वे ग्रामीणों के हितों की रक्षा करने और उनकी चिंताओं को प्रभावी ढंग से संबोधित करने में एक मजबूत रीढ़ की हड्डी के रूप में कार्य करते हैं। स्थानीय अधिकारियों और सरकारी अधिकारियों के साथ मिलकर काम करके, वे ग्रामीण समुदायों और प्रशासन के बीच की खाई को पाटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ग्रामीणों के अधिकारों को कायम रखना ग्राम रक्षा दल महासंघ का एक प्राथमिक फोकस ग्रामीणों के अधिकारों को कायम रखना और यह सुनिश्चित करना है कि उनकी आवाज़ सुनी जाए। शांतिपूर्ण विरोध और प्रदर्शन आयोजित करके, वे ग्रामीण आबादी के सामने आने वाली चुनौतियों और कठिनाइयों की ओर ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं। अपने सामूहिक प्रयासों के माध्यम से, वे समुदाय को प्रभावित करने वाले दबाव वाले मुद्दों को संबोधित करने के लिए अधिकारियों के साथ संवाद और रचनात्मक जुड़ाव के लिए एक मंच बनाने का लक्ष्य रखते हैं।


सरकारी अधिकारियों के साथ सहयोगात्मक प्रयास
ग्राम रक्षा दल महासंघ और सरकारी अधिकारियों के बीच सहयोग क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव और विकास को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक है। अधिकारियों के साथ सार्थक चर्चा और बातचीत करके, वे ग्रामीणों के सामने आने वाली समस्याओं के लिए स्थायी समाधान खोजने की दिशा में काम कर सकते हैं। यह साझेदारी आपसी सम्मान और समझ को बढ़ावा देती है, जिससे ग्रामीण समुदायों और सरकार के बीच अधिक सामंजस्यपूर्ण संबंध बनते हैं।
ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाना
ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाना ग्राम रक्षा दल महासंघ के मिशन का मूल है। उनके अधिकारों की वकालत करके और उन्हें अपनी चिंताओं को आवाज़ देने के लिए एक मंच प्रदान करके, वे ग्रामीणों को उनके जीवन को प्रभावित करने वाली निर्णय लेने की प्रक्रियाओं में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए सशक्त बनाते हैं। शिक्षा और जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से, वे ग्रामीण आबादी को अपने अधिकारों का दावा करने और अधिकारियों से जवाबदेही की मांग करने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल से लैस करते हैं।
 माननीय मंत्री का समर्थन
सासाराम में विरोध स्थल पर माननीय मंत्री की उपस्थिति ग्रामीण आबादी की शिकायतों को दूर करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता का स्पष्ट संकेत है। ग्राम रक्षा दल महासंघ के सदस्यों के साथ व्यक्तिगत रूप से जुड़कर और उनकी चिंताओं को सुनकर, मंत्री ने समग्र रूप से समुदाय को लाभ पहुंचाने वाले समाधान खोजने की दिशा में सहयोगात्मक रूप से काम करने की अपनी इच्छा का प्रदर्शन किया है। समर्थन का यह इशारा सरकार और ग्रामीण समुदायों के बीच के बंधन को और मजबूत करता है, जिससे क्षेत्र में सतत विकास और प्रगति का मार्ग प्रशस्त होता है।
निष्कर्ष रूप से, बिहार के सासाराम में विरोध स्थल पर माननीय मंत्री के साथ ग्राम रक्षा दल महासंघ की भागीदारी ग्रामीण समुदायों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने में सामूहिक कार्रवाई के महत्व को उजागर करती है। अपने अटूट समर्पण और वकालत के प्रयासों के माध्यम से, वे ग्रामीणों के लिए आशा की किरण के रूप में काम करते हैं, सभी के लिए बेहतर भविष्य बनाने का प्रयास करते हैं। सरकारी अधिकारियों के निरंतर समर्थन और सहयोग से, ग्राम रक्षा दल महासंघ बिहार में ग्रामीण आबादी के जीवन पर एक स्थायी प्रभाव डालने के लिए तैयार है।

बड़ी खबर नोखा से जसरासर में विवाहित जमीन को लेकर झगड़े की सूचना पर पहुंची पुलिस के साथ महिलाओं व कुछ युवकों ने की मारपीट

ब्रेकिंग न्यूज़ नोखा राजस्थान
नोखा से बड़ी खबर



थानाधिकारी व पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट
जसरासर थाने की विवादित जमीन पर हुआ झगड़ा पुलिस की भूमि पर कोर्ट स्टे के बाद भी तारबंदी करने की मिली थी सूचना
जमीन को लेकर दोनों पक्षों में हुई मारपीट
थानाधिकारी संदीप बिश्नोई व अन्य पुलिसकर्मी के साथ हुई मारपीट
झगडा कर रही महिलाओं पर एसएचओ संदीप बिश्नोई ने दिखाई संजीदगी
मौके पर अतिरिक्त पुलिस जाब्ता भी बुलाया, पुलिस ने 2 महिलाओं व चार पुरुषों को किया राउंडअप
यह एक गंभीर मामला है जिसमें जसरासर थाने की जमीन को लेकर पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच झड़प हुई। ऐसी घटनाएं शांति और कानून व्यवस्था को बिगाड़ सकती हैं। Breaking news:
1. थानाधिकारी संदीप बिश्नोई और अन्य पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट हुई, जो गंभीर है।
2. विवादित जमीन पर कोर्ट के स्टे के बावजूद तारबंदी की गई, जिससे झगड़ा भड़का।
3. झगड़े को रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया।
4. पुलिस ने 2 महिलाओं और 4 पुरुषों को हिरासत में लिया है।
यह स्पष्ट रूप से एक जटिल मामला है जिसमें दोनों पक्षों के दावे और सबूत होंगे। पुलिस को शांतिपूर्ण तरीके से स्थिति को संभालना चाहिए और इस तरह की घटनाओं से बचना चाहिए। निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए।

शिक्षा विभाग से अब भूमि सुधार....क्या बिहार में अब केके पाठक करेंगे नया चमत्कार?

बिहार में शिक्षा और भूमि सुधार जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सुधार की आवश्यकता निश्चित रूप से है। हालांकि, केके पाठक की नियुक्ति इस दिशा में एक उल्लेखनीय कदम हो सकता है, लेकिन यह देखना होगा कि वे वास्तव में क्या हासिल करते हैं। कुछ महत्वपूर्ण बिंदु इस प्रकार हैं:



1. शिक्षा क्षेत्र में सुधार के लिए शिक्षकों की नियुक्ति, स्कूलों में बुनियादी ढांचे का विकास, पाठ्यक्रम अपडेट करना और शिक्षा प्रणाली को आधुनिक बनाना आवश्यक है।

2. भूमि सुधार के लिए रिकॉर्ड को डिजिटल करना, भूमि विवादों के निपटान का तंत्र सुव्यवस्थित करना और किसानों के हितों की रक्षा करना महत्वपूर्ण है।

3. सरकार को इन क्षेत्रों पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए और केवल केके पाठक जैसे अधिकारियों पर निर्भर नहीं रहना चाहिए।


4. साथ ही भ्रष्टाचार और अराजकता से भी निपटना होगा ताकि सुधारों को सफलतापूर्वक लागू किया जा सके।

सरकार की प्राथमिकताओं और कार्यप्रणाली पर भी निर्भर करेगा कि केके पाठक किस हद तक सफल होते हैं। लेकिन उनकी नियुक्ति एक सकारात्मक संकेत जरूर है।

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सासाराम, रोहतास, बिहार में मंझार कुंड जलप्रपात के छिपे हुए रत्न की खोज

क्या आप बिहार में एक अनोखे और मंत्रमुग्ध कर देने वाले यात्रा अनुभव की तलाश में हैं? अगर ऐसा है, तो सासाराम, रोहतास में आश्चर्यजनक मंझार कुंड जलप्रपात से बेहतर कुछ नहीं है। यह छिपा हुआ रत्न प्रकृति प्रेमियों, रोमांच के शौकीनों और बिहार के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों से परे इसकी खूबसूरती को देखने के इच्छुक लोगों के लिए ज़रूर जाना चाहिए। इस ट्रैवल व्लॉग लेख में, हम आपको मंझार कुंड के वर्चुअल टूर पर ले जाएँगे और आपको इस प्राकृतिक आश्चर्य की मनमोहक सुंदरता और शांति से परिचित कराएँगे।
मंझर कुंड जलप्रपात: सासाराम में एक प्राकृतिक चमत्कार
मंझर कुंड जलप्रपात रोहतास, बिहार की हरी-भरी हरियाली में बसा एक खूबसूरत झरना है। यह छिपा हुआ स्वर्ग शहर की भागदौड़ भरी ज़िंदगी से दूर एक बेहतरीन जगह है, जो आगंतुकों को आराम करने और तरोताज़ा होने के लिए एक शांत और शांतिपूर्ण वातावरण प्रदान करता है। यह झरना घने जंगलों और चट्टानी चट्टानों से घिरा हुआ है, जो एक लुभावनी पृष्ठभूमि बनाता है जो आपको प्रकृति के चमत्कारों से विस्मित कर देगा।

मंझर कुंड की सुंदरता की खोज
जब आप मंझर कुंड की ओर बढ़ेंगे, तो आपको झरने के पानी की मधुर ध्वनि और आसपास की वनस्पतियों की ताज़ी खुशबू का स्वागत मिलेगा। झरने का क्रिस्टल-साफ़ पानी चट्टानों पर धीरे-धीरे बहता है, जो एक शांत नखलिस्तान बनाता है जो तैराकी, पिकनिक मनाने या प्रकृति की भव्यता के बीच आराम करने के लिए एकदम सही है। चाहे आप अकेले यात्री हों, रोमांटिक छुट्टी की तलाश कर रहे जोड़े हों या रोमांच की तलाश कर रहे परिवार हों, मंझर कुंड में सभी के लिए कुछ न कुछ है।

कैमूर पहाड़ियों का स्वर्गस्थान



सासाराम में रोमांच और अन्वेषण
झरने की लुभावनी सुंदरता के अलावा, सासाराम आगंतुकों के आनंद लेने के लिए कई तरह की गतिविधियाँ प्रदान करता है। आस-पास की पहाड़ियों में लंबी पैदल यात्रा और ट्रैकिंग से लेकर परिदृश्य में बिखरे प्राचीन खंडहरों और मंदिरों की खोज तक, इस ऐतिहासिक शहर में रोमांच की कोई कमी नहीं है। आप पारंपरिक बिहारी व्यंजनों का स्वाद चखकर, हस्तनिर्मित शिल्प और स्मृति चिन्हों की खरीदारी करके या गर्मजोशी से स्वागत करने वाले स्थानीय लोगों के साथ बातचीत करके स्थानीय संस्कृति में खुद को डुबो सकते हैं।
बिहार पर्यटन: सासाराम के छिपे हुए खजानों की खोज
बिहार इतिहास, संस्कृति और प्राकृतिक सुंदरता से समृद्ध एक राज्य है, फिर भी पर्यटन की बात करें तो यह भारत के सबसे बेहतरीन रहस्यों में से एक है। सासाराम में मंजर कुंड झरना जैसी जगहें बिहार के छिपे हुए खजानों की याद दिलाती हैं, जिन्हें नज़दीक और दूर से आने वाले यात्रियों द्वारा खोजा और सराहा जाना बाकी है। मंजर कुंड जैसी अनजान जगहों की खोज करके, आप इस आकर्षक राज्य की विविधता और सुंदरता के लिए गहरी प्रशंसा प्राप्त कर सकते हैं।



निष्कर्ष: आज ही मंजर कुंड की अपनी यात्रा की योजना बनाएं!
अगर आप एक अनोखे रोमांच पर निकलने और रोहतास के सासाराम में मंजर कुंड झरने के छिपे हुए रत्न की खोज करने के लिए तैयार हैं, तो अपनी यात्रा की योजना बनाने के लिए अभी सही समय है। चाहे आप प्रकृति प्रेमी हों, रोमांच के शौकीन हों या फिर बिहार के अनछुए इलाकों को एक्सप्लोर करना चाहते हों, मांझर कुंड आपको एक अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करता है जो आपके घर लौटने के बाद भी लंबे समय तक आपके साथ रहेगा। अपना बैग पैक करें, अपना कैमरा लें और मांझर कुंड की प्राकृतिक सुंदरता और शांति में डूबने के लिए तैयार हो जाएं - बिहार के दिल में एक सच्चा रत्न।
मेटा विवरण: सासाराम, रोहतास, बिहार में मांझर कुंड झरने के छिपे हुए रत्न की खोज करें। अपने रोमांच की योजना बनाएं और पर्यटन स्थलों से परे बिहार की सुंदरता की खोज करें।

2025, बिहार विधान सभा की चुनाव में जीत। नीतीश कुमार vs तेजस्वी प्रसाद यादव, किसकी सरकार, चलिए एग्जिट पोल के अनुसार जानते हैं।

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2025, बिहार विधान सभा की चुनाव में जीत। नीतीश कुमार बनाम तेजस्वी प्रसाद  यादव, किसकी सरकार, सच्चे एग्जिट पोल के अनुसार जानते हैं।

 
जैसे-जैसे वर्ष 2025 करीब आ रहा है, सभी की निगाहें आगामी बिहार विधानसभा चुनावों पर टिकी हैं। सत्ता की लड़ाई दो प्रमुख नेताओं - नीतीश कुमार और तेजस्वी प्रसाद यादव के बीच तीखी होती दिख रही है। लेकिन कौन विजयी होगा और राज्य का नेतृत्व करेगा? आइए एग्जिट पोल की भविष्यवाणियों पर करीब से नज़र डालते हैं।
मुकाबला: नीतीश कुमार बनाम तेजस्वी प्रसाद यादव
एक तरफ़, हमारे पास नीतीश कुमार हैं, जो अनुभवी राजनेता हैं जो कई वर्षों से बिहार के मामलों की कमान संभाल रहे हैं। विकास और शासन पर अपने ध्यान के लिए जाने जाने वाले, नीतीश कुमार ने राज्य में एक वफ़ादार अनुयायी हासिल किया है। दूसरी ओर, हमारे पास युवा और गतिशील नेता तेजस्वी प्रसाद यादव हैं, जो मौजूदा सरकार को सत्ता से हटाना चाहते हैं। बदलाव और समावेशिता के वादों के साथ, तेजस्वी ने बिहार में युवाओं और हाशिए के समुदायों के साथ तालमेल बिठाया है।
एग्जिट पोल की भविष्यवाणी: किसकी सरकार?  बिहार विधानसभा चुनाव से पहले किए गए एग्जिट पोल दिलचस्प तस्वीर पेश कर रहे हैं। जहां कुछ सर्वेक्षणों में दोनों पार्टियों के बीच कड़ी टक्कर बताई जा रही है, वहीं अन्य में एक के दूसरे पर स्पष्ट बढ़त का संकेत दिया जा रहा है। हर किसी के मन में यही सवाल है कि बिहार में किसकी सरकार बनेगी?


ताजा एग्जिट पोल के नतीजों के मुताबिक, ऐसा लग रहा है कि तेजस्वी प्रसाद यादव की राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) बढ़त हासिल कर रही है और आने वाले चुनावों में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरने वाली है। सर्वेक्षणों से संकेत मिलता है कि बिहार के लोग नेतृत्व में बदलाव की उम्मीद कर रहे हैं और तेजस्वी को राज्य को प्रगति और विकास की ओर ले जाने का मौका देने के लिए इच्छुक हैं।

दूसरी ओर, नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) भी पीछे नहीं है, कुछ एग्जिट पोल में दोनों पार्टियों के बीच कड़ी टक्कर की भविष्यवाणी की गई है। कुछ हलकों में सत्ता विरोधी भावना के बावजूद, नीतीश कुमार के शासन और राज्य में स्थिरता का ट्रैक रिकॉर्ड अभी भी मतदाताओं के एक वर्ग के बीच वजनदार हो सकता है।

निष्कर्ष
बिहार विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू होते ही राज्य के राजनीतिक परिदृश्य में विचारधाराओं और वादों की भीषण लड़ाई देखने को मिल रही है। जहां नीतीश कुमार के अनुभव और नेतृत्व की परीक्षा हो रही है, वहीं तेजस्वी प्रसाद यादव का युवा जोश और बदलाव की दूरदृष्टि मतदाताओं को प्रभावित कर रही है। अंतिम फैसला तो चुनाव के दिन ही पता चलेगा, लेकिन एक बात पक्की है - बिहार के लोग अपनी राजनीतिक यात्रा में एक नए अध्याय के लिए तैयार हैं।
निष्कर्ष के तौर पर, 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार और तेजस्वी प्रसाद यादव के बीच मुकाबला राज्य के राजनीतिक इतिहास में एक निर्णायक क्षण बनने जा रहा है। एग्जिट पोल के पूर्वानुमानों के नेतृत्व में बदलाव के पक्ष में होने के साथ, एक रोमांचक चुनावी लड़ाई के लिए मंच तैयार है जो बिहार के भविष्य की दिशा निर्धारित करेगा। आइए मतदान के दिन होने वाले नाटक का इंतजार करें और देखें कि बिहार का भाग्य अधर में लटकता है।

आस्था मां ताराचंडी शक्तिपीठः महर्षि विश्वामित्र ने रखा था इस पीठ का नाम तारा, नवरात्रि में अखंड दीप जलाने की है परम्परा

Writer -  Santosh Kumar (digital cretar)

मां ताराचंडी शक्तिपीठः महर्षि विश्वामित्र ने रखा था इस पीठ का नाम तारा, नवरात्रि में अखंड दीप जलाने की है परम्परा



1. यह शक्तिपीठ बिहार के सासाराम शहर से लगभग 6 किमी दूर विंध्य पर्वत की कैमूर श्रृंखला में स्थित है।

2. इसका संबंध सती के दाहिने नेत्र से जुड़ा है, जो यहीं गिरा था।

3. मान्यता है कि महर्षि विश्वामित्र ने इसे 'तारा' नाम दिया था। 

4. परशुराम ने यहीं मां तारा की उपासना की थी।

5. मां तारा ने यहीं चंड का वध किया था, इसलिए वह 'चंडी' कहलाई।

6. यह भारत के प्रमुख शक्तिपीठों में से एक है और इसका इतिहास अति प्राचीन है।

7. इसके आसपास पहाड़, झरने और अन्य प्राकृतिक सौंदर्य है।

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